Aarti

नवग्रह की आरती

जय जय जय रवि शशि केतु, जय जय जय राहु शनि।
जय जय जय गुरु शुक्र भूमि, जय मंगल बुध अमित गुणी॥

जय रवि सूर्य देवता, जय शशि सोम सुखदाता।
जय शनि न्याय निधि जय राहु, जय केतु दुःख निवारक सच्चा॥

जय बृहस्पति देव गुरु, जय शुक्र ज्ञान धरा प्रकाशक।
जय मंगल शक्ति दाता, जय बुध बुद्धि विकासक॥

नवग्रह की महिमा अपरम्पार, जय जय नवग्रह उद्धारक।
जय जय जय नवग्रह देवा, करो भक्तों का बेड़ा पार॥

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