॥ क्लीं कृष्णाय नमः ॥
ॐ जय कुंज बिहारी, स्वामी जय कुंज बिहारी।
राधा रमण हरी, गोविन्द जय जय,
राधा रमण हरी, गोविन्द जय जय॥
गगन सम सुन्दर, बसे वृज धाम।
मुरली मनोहर, मोहन श्याम॥
ॐ जय कुंज बिहारी, स्वामी जय कुंज बिहारी।
राधा रमण हरी, गोविन्द जय जय॥
कंज लोचन कंज मुख, कर कंज पद।
कंज रूप चरण, कंज विविध मद॥
ॐ जय कुंज बिहारी, स्वामी जय कुंज बिहारी।
राधा रमण हरी, गोविन्द जय जय॥
श्याम सुन्दर सुबीन, आधा शत कासी।
नन्द के नन्दन, ब्रज जन के रासी॥
ॐ जय कुंज बिहारी, स्वामी जय कुंज बिहारी।
राधा रमण हरी, गोविन्द जय जय॥
बंसी विभूषित, पीताम्बर शोभा।
जय राधा माधव, जय कुंज बिहारी॥
ॐ जय कुंज बिहारी, स्वामी जय कुंज बिहारी।
राधा रमण हरी, गोविन्द जय जय॥