॥ ॐ ह्रीं संकटा मातायै नमः ॥
जय श्री संकटा माता, मैया जय श्री संकटा माता।
जो भी तुझको ध्यावे, कष्ट मिटे उसका सारा॥
जय श्री संकटा माता, मैया जय श्री संकटा माता…
रक्तांबरा तन शोभित, मस्तक चंद्र विराजत।
हाथों में शक्ति धारण, दुष्ट दलन कर चातुर॥
जय श्री संकटा माता, मैया जय श्री संकटा माता…
सिंह वाहन पर सवार, हाथों में त्रिशूल धरे।
शत्रु विनाशिनी माँ, जय संकट हरनी माता॥
जय श्री संकटा माता, मैया जय श्री संकटा माता…
दीन-हीन जो शरण में आए, उन्हें कृपा की धारा।
भक्तजनों के दुःख हर ले, सदा सहाय तुम्हारा॥
जय श्री संकटा माता, मैया जय श्री संकटा माता…
आरती जो कोई गावे, शुद्ध भाव से श्रद्धा।
कहत श्री शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥
जय श्री संकटा माता, मैया जय श्री संकटा माता।
जो भी तुझको ध्यावे, कष्ट मिटे उसका सारा॥