॥ ॐ षष्ठायै नमः ॥
जय छठी मैया, जय छठी मैया।
जो कोई तुम्हें ध्यावे, सुख-संपत्ति पावे॥
जय छठी मैया, जय छठी मैया…
करे विधि से जो व्रत सारा, छठी मैया करे उजियारा।
नदी तट पर सब व्रती गावे, अरघ्य चढ़ा के पूजा पावे॥
जय छठी मैया, जय छठी मैया…
सूर्य देवता संग विराजे, सुहावन तेरा रूप निराला।
चौथी दिन जब पूजा होवे, भक्तों की मनोकामना पूरी होवे॥
जय छठी मैया, जय छठी मैया…
गन्ना, फल, नारियल चढ़ावा, छठी मैया की महिमा गावा।
आरती जो कोई गावे, मनवांछित फल पावे॥
जय छठी मैया, जय छठी मैया।
जो कोई तुम्हें ध्यावे, सुख-संपत्ति पावे॥