॥ ॐ ह्लीं बगलामुख्यै नमः ॥
जय श्री बगलामुखी माता, जय श्री बगलामुखी माता।
दुष्ट निवारिणि सुख करिणी, जय जय श्री पीतांबरी माता॥
जो भक्त शरण में आते, उनको सुख पाते।
शत्रु का नाश कर देती, दुःख दरिद्र मिटाते॥
जय श्री बगलामुखी माता, जय श्री बगलामुखी माता…
सिंह वाहिनी माँ अम्बे, सोहे तेरी शोभा।
पीले वस्त्र से सजती, स्वर्ण सरीखा कांति॥
जय श्री बगलामुखी माता, जय श्री बगलामुखी माता…
जो कोई तुमको ध्यावे, संकट से मुक्ति पावे।
दुष्टों का नाश हो जाए, भय से वो न डर पावे॥
जय श्री बगलामुखी माता, जय श्री बगलामुखी माता…
आरती जो कोई गावे, मनवांछित फल पावे।
कहत श्री शिवानंद स्वामी, सुख सम्पत्ति घर आवे॥
जय श्री बगलामुखी माता, जय श्री बगलामुखी माता।
दुष्ट निवारिणि सुख करिणी, जय जय श्री पीतांबरी माता॥